शिव आरती – ॐ जय शिव ओंकारा
भगवान शिव, जिन्हें महादेव, नीलकंठ और भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में पूजनीय देवता हैं। शिव आरती, विशेष रूप से “ॐ जय शिव ओंकारा,” शिव भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह आरती भगवान शिव की स्तुति में गाई जाती है, जिससे भक्तों को आशीर्वाद और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
शिव आरती का महत्त्व
आरती का शाब्दिक अर्थ है दीपों की श्रृंखला। शिव आरती भगवान शिव की उपासना का एक महत्वपूर्ण भाग है, जिसमें श्रद्धालु भगवान शिव के गुणों का गुणगान करते हैं। इस आरती को विशेष रूप से सोमवार और शिवरात्रि के दिन किया जाता है, जब भक्त भगवान शिव से उनकी कृपा की कामना करते हैं।
ॐ जय शिव ओंकारा आरती लिरिक्स (Shiv Aarti Lyrics)
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा…
एकानन चतुरानन, पंचानन राजे।
हंसासन गरुड़ासन, वृषवाहन साजे॥
ॐ जय शिव ओंकारा…
भुजंगा भूषण अंग, गंगाधर शंकरा।
श्रीकंठ महेश्वर, ॐ जय शिव ओंकारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा…
कर्पूरगौरं करुणावतारं, संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा वसन्तं हृदयारविन्दे, भवं भवानी सहितं नमामि॥
शिव आरती पीडीएफ डाउनलोड (Shiv Aarti PDF Download)
यदि आप शिव आरती – ॐ जय शिव ओंकारा की PDF डाउनलोड करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। इस पीडीएफ में आप पूरी आरती के साथ-साथ आरती से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्राप्त कर सकते हैं।